देहरादून। देहरादून के लोगों को जल्द ही और आरामदायक सफर का तोहफा मिल सकता है। इसेक लिए दो रूटों को प्रस्तावित किए गए हैं। पहला रूट आइएसबीटी से कंडोली (राजपुर), जबकि दूसरा रूट एफआरआई (वन अनुसंधान संस्थान) से रायपुर तक होगा। देहरादून के अंदरूनी इलाकों में मेट्रो चलाने के डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) आज मुख्य सचिव के सामने रखी जाएगी। इसके बाद इस पर चर्चा की जाएगी।
शहर के अंदरूनी हिस्से में चलेगी मेट्रो
गौरतलब है कि उत्तराखंड मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जितेंद्र त्यागी के मुताबिक अब तक मेट्रो रेल का प्रस्तावित प्लान देहरादून से हरिद्वार व ऋषिकेश तक मुख्य मार्ग तक सीमित था। इन रूटों पर मेट्रो के निर्माण में अधिक लागत और उसके मुताबिक पर्याप्त यात्रियों के अभाव को देखते हुए इसका विस्तार शहर के अंदरूनी इलाके में चलाने का निर्णय लिया है।
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मेट्रो रूटों की लंबाई बढ़ेगी
बता दें कि अभी तक मेट्रो रूट की कुल लंबाई 73 किलोमीटर के करीब थी अब शहर के अंदरूनी हिस्से में मेट्रो चलाने के फैसले से रूट की लंबाई अब 100 किलोमीटर हो गयी है। देहरादून के भीतर के दो रूट के अलावा हरिद्वार में बहादराबाद से हरिद्वार शहर के भीतर का रूट भी इसमें शामिल किया गया है।
लागत में होगा इजाफा
अब नए रूटों को शामिल करने से मेट्रो रेल परियोजना पर आने वाली पहले की 17 से 20 हजार करोड़ रुपये की लागत अब बढ़कर 26 से 27 हजार करोड़ रुपये हो जाएगी। आज राज्य के मुख्य सचिव के सामने इसकी डीपीआर की प्रस्तुति के बाद खर्चे की स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।
चार साल में ट्रैक का काम होगा पूरा
डीपीआर पर चर्चा के दौरान ही मेट्रो रेल के कोचों की संख्या आदि को लेकर भी काफी कुछ तय कर लिया जाएगा। अगस्त तक डीपीआर को अंतिम रूप देकर जल्द ही आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। मेट्रो रेल कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक जितेंद्र त्यागी के मुताबिक चार साल के भीतर एलिवेटेड (उठा हुआ) ट्रैक का काम पूरा कर लिया जाएगा।