देहरादून। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को जल्द भरा जाएगा। इसके साथ ही अतिथि शिक्षकों को राहत देने के लिए भी सरकार ने नया फाॅमूर्ला तय कर लिया है। यदि इसमें कोई नया संशोधन न हुआ तो जल्द ही एलटी और प्रवक्ता के रिक्त पदों पर संविदा के आधार पर नियुक्तियां शुरू कर दी जाएंगी। नियुक्तियां मेरिट व पूर्व के अनुभव के आधार पर होंगी। बता दें कि फिलहाल प्रदेश में एलटी और प्रवक्ता के करीब 5122 पद खाली हैं। पहले इन पदों पर अतिथि शिक्षक नियुक्त थे। हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें हटा दिया गया है।
हजारों पद खाली पड़े
गौरतलब है कि अपर मुख्य सचिव, शिक्षा डाॅक्टर रणवीर सिंह की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग में हुई बैठक में शिक्षकों की भर्ती का नया फाॅमूर्ला तैयार किया गया है। उम्मीद की जा रही कि जल्द ही इसके लिए शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है जिससे शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इस समय ही प्रदेश के स्कूलों में एलटी और प्रवक्ता के करीब 5122 पद खाली पड़े हैं। पहले इन पदों पर अतिथि शिक्षक तैनात थे लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्हें हटा दिया गया। ऐसे में ये पद खाली पड़े हैं।
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ऐसे होगी नियुक्ति
शिक्षकों की भर्ती स्कूलों के प्रधानाचार्य के जिम्मे होगी। इसके लिए एक पद के लिए चार आवेदन मांगे जाएंगे। स्कूलों में शिक्षकों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा। पूर्व के अनुभव को भी वरीयता दी जाएगी। पूर्व के अतिथि शिक्षकों में 95 प्रतिशत व्याख्यान देने वाले और 75 प्रतिशत बोर्ड रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी।
यह होगा मानक
एलटी और प्रवक्ता के पद के लिए मानक शिक्षा विभाग के तय मानक के अनुसार ही तय किए जाएंगे। प्रधानाचार्य अपने स्तर पर मेरिट तैयार करेंगे और सर्वश्रेष्ठ अभ्यर्थी का चयन करेंगे। चयन प्रक्रिया को पारदर्शी रखना होगा और इसे सार्वजनिक भी किया जाएगा।
नियुक्ति की अवधि
संविदा नियुक्ति दो महीने अथवा एक शैक्षिक सत्र के लिए की जाएगी। अधिक से अधिक इसे स्थायी भर्ती के जरिए नियुक्त होने वाले अभ्यर्थी के ज्वाइन करने तक मान्य किया जाएगा। यह नियुक्ति अतिथि शिक्षक के समान पूरी तरह अस्थायी होगी। आपको बता दें कि गर्मी की छुट्टी के बाद जुलाई से नया सत्र शुरू हो जाएगा। सरकार नए सत्र के शुरू होने से पहले ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पूरी व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है।