हरिद्वार। प्रदेश की सरकारी शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से खस्ताहाल है। इसकी बानगी यहां के स्कूलों में शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों के ज्ञान-स्तर को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। दूसरे यहां के स्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है। छात्रों के ज्ञान की हालत तो यह है कि उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का नाम नहीं पता है।
120 बच्चे और 1 शिक्षिका
गौरतलब है कि प्रदेश के हर जिले के दूर-दराज इलाके में स्थित स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षकों की कमी छात्रों के आगे बढ़ने की राह में एक अड़चन का काम कर रही है। अगर हरिद्वार जिले के श्यामपुर इलाके की बात करें तो वहां के प्राथमिक विद्यालय में 120 बच्चे पंजीकृत हैं। इन सभी बच्चों की जिम्मेदारी सिर्फ 1 शिक्षिका के भरोसे ही है। अब इस इलाके के ग्रामीणों ने शिक्षकों की कमी पूरा न होने की सूरत में सोमवार से तालाबंदी करने का निर्णय लिया है।
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सीएम का नाम भी नहीं मालूम
वहीं काशीपुर इलाके में मौजूद सरकारी स्कूल में शिक्षा की हालत तो और भी खस्ता है। काशीपुर के ग्राम बैलजूडी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा हासिल कर रहे बच्चे की बात तो छोड़िए यहां की शिक्षिका को भी प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम नहीं मालूम नहीं है। स्कूल में मिड डे मील में भी काफी अनियमितता बरती जा रही है। इसकी सूचना मिलने पर एसडीएम दयानंद सरस्वती ने वहां का दौरा किया। वहां आने पर उन्हें पता चला कि बच्चों को कैसी शिक्षा दरी जा रही है। शिक्षा की हालत को देखते हुए उन्होंने खुद हर शनिवार को वहां आकर बच्चों को अंग्रेजी और गणित की शिक्षा देने की बात कही। उन्होंने शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए और उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।