देहरादून। राज्य में एक बार फिर से भारी बारिश और भूस्खलन ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। मौसम की मार की वजह से राज्य में छह लोगों की मौत हो गई और 169 सड़कों पर यातयात ठप हो गया है। देहरादून, चमोली और अल्मोड़ा में बादल फटने की घटना भी हुई है। चमोली में भूस्खलन की चपेट में एक यात्री वाहन आ गया। गाड़ी में मलबा घुस गया गनीमत यह रही कि यात्रियों की जान बच गई। लगातार हो रही भारी बारिश के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से केदारनाथ यात्रा पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी गई है। तीन लोगों की मौत मसूरी के पास गाड़ी पर चट्टान गिरने से हुई जबकि एक लाश रिस्पना नदी में मिली है। इसके अलावा मुनस्यारी और टिहरी में दो मजदूरों की मौत हो गई। मसूरी, नैनीताल और हल्द्वानी में लगातार हो रही बारिश से राज्य की कुल 169 सड़कें बंद हो गईं हैं। भारी बारिश को देखते हुए राज्य में स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
बंद सड़कों को खोलने का काम जारी
गौरतलब है कि राज्य में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। भारी बारिश और भूस्खलन ने लोगों की मुसीबतों में कई गुना इजाफा कर दिया है। सड़कों पर मलगा आने की वजह से 169 सड़कें बंद हो गईं हैं। लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को खोलने के लिए कुल 210 जेसीबी मशीनों को काम पर लगाया हुआ है। चमोली जिले में भूस्खलन की चपेट में एक यात्री वाहन गया। पहाड़ों से मलबा इतनी तेजी से नीचे गिरा कि सारा मलबा गाड़ी में घुस गया यात्रियों ने किसी तरह से अपनी जान बचाई। मौसम विभाग ने राज्य में आने वाले दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों से जरूरी न होने तक पहाड़ की यात्रा टालने की सलाह दी है।
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कई जगह बादल फटे
आपको बता दें कि चमोली, अल्मोड़ा और देहरादून जिले में बादल फटने से खासा नुकसान हुआ है। कई घरों में मलबा घुस गया, जबकि खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई। इसके अलावा बादल फटने से देहरादून और पिथौरागढ़ जिले में पांच लोगों की मौत भी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में सौ से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। मौसम के मिजाज को देखते हुए राज्य के स्कूलों में भी छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
नदियां उफान पर
यहां बता दें कि भारी बारिश के चलते मंदाकिनी, नंदाकिनी, पिंडर, अलकनंदा, सरयू, गोमती और गोरी नदी समेत सभी बरसाती नदियां उफान पर हैं। नदी के किनारे रहने वालों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। दून शहर में भी एक व्यक्ति देर रात रिस्पना नदी में डूब गया। इसके अलावा सिल्ला गांव में बादल फटने के बाद 40 मवेशी मलबे में दब गए। पिथौरागढ़ जिले में सड़क निर्माण में जुटे मजदूरों के टेंट पर पहाड़ी से मलबा आ गिरा जिससे एक नेपाली मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई व एक घायल हो गया।