Friday, November 15, 2024

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ग्लोबल वार्मिंग पर नौ वर्षीय उत्तराखंडी रिद्धिमा पांडे की समझ का लोहा फ्रांस ने भी माना, 3 नवंबर को आयोजित काॅन्फ्रेंस का दिया न्योता 

अंग्वाल न्यूज डेस्क
ग्लोबल वार्मिंग पर नौ वर्षीय उत्तराखंडी रिद्धिमा पांडे की समझ का लोहा फ्रांस ने भी माना, 3 नवंबर को आयोजित काॅन्फ्रेंस का दिया न्योता 

हरिद्वार। जलवायु परिवर्तन की वजह से पर्यावरण को भविष्य में होने वाले नुकसान को लेकर हरिद्वार की 9 साल की रिद्धिमा पांडे ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में 56 पेजों का पीआईएल दाखिल किया है। जलवायु परिवर्तन को लेकर नन्हीं रिद्धिमा की समझ का लोहा फ्रांस ने भी माना है। इसे लेकर रिद्धिमा को 3 नवंबर को पेरिस में होने वाली कॉन्फ्रेंस के लिए आमंत्रित किया गया है। इस काॅन्फ्रेंस का आयोजन फ्रांस लिबर्टीज समेत अन्य संस्थाओं की ओर से किया जा रहा है, जिसमें भारत से रिद्धिमा पांडे अपनी बातों को रखेंगी। 

क्लास 6 की  छात्रा हैं रिद्धिमा

गौरतलब है कि हरिद्वार की रहने वाली रिद्धिमा को पर्यावरण की समझ विरासत में मिली है। आपको बता दें कि रिद्धिमा के पिता दिनेश चंद्र पांडेय वन्यजीव संरक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्था वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया में फील्ड ऑफिसर  और मां विनीता पांडेय वन विभाग के हरिद्वार डिवीजन में कार्यरत हैं। घर में होने वाली वन्य जीवों और पर्यावरण की चर्चा का असर रिद्धिमा के बालमन पर भी पड़ा। रिद्धिमा फिलहाल भूपतवाला के बीएमडीएवी पब्लिक स्कूल में कक्षा छह की यह छात्रा आज पर्यावरण और वन्यजीवों को लेकर अपने सवालों से विशेषज्ञों को भी हैरानी में डाल देती है। 

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ऐसे तो सांस लेना होगा दूभर


रिद्धिमा की ग्लोबल वार्मिंग की समझ के बारे में उसके पिता का कहना है कि पिछले साल जब वह पांचवीं कक्षा में पढ़ रहीं थी उस समय उन्होंने पूछा कि ये ग्लोबल वाॅर्मिंग आज जिस तेजी से विकराल रूप धर रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। इसके बाद 29 मार्च 2017 को रिद्धिमा की ओर से एनजीटी में 54 पृष्ठों की याचिका दाखिल की गई, जिस पर सुनवाई चल रही है। यहां बता दें कि रिद्धिमा एनजीटी में याचिका दाखिल करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की है। एनजीटी में दाखिल की गई याचिका में पर्यावरण पर पड़ने वाले असर, भविष्य में पैदा होने वाली बीमारियों के बारे में भी जिक्र किया गया है। 

फ्रांस में होगा सम्मान

यहां गौर करने वाली बात है कि रिद्धिमा ने पर्यावरण को लेकर न सिर्फ अपने देश में बल्कि विदेशों में भी भारत का नाम रोशन किया है। 3 नवंबर को पेरिस में होने वाले ग्लोबल वार्मिंग काॅन्फ्रेंस में इसे आमंत्रित किया गया है। वहां इसे सम्मानित भी किया जाएगा।  

 

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