लखनऊ । उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उन्नाव रेप केस में पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई है । हाल के दिनों में वह फतेहपुर में तैनात थे । विदित हो कि जिस समय रेप केस में पीड़िता के पिता को मारपीट के बाद जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उस दौरान इमरजेंसीा में डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय ही थे। उन्होंने ही पीड़िता के पिता का प्राथमिक उपचार किया था, जिन्होंने बाद में पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था । इस मामले पर विवाद होने के बाद जब इसकी सीबीआई जांच शुरू हुई तो डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया था और लंबे समय बाद इनकी बहाली हुई थी। इस वक्त डॉक्टर प्रशांत फतेहपुर में तैनात थे और मामले में सीबीआई के गवाह भी थे ।
बता दें कि उन्नाव के चर्चित कुलदीप सिंह सेंगर प्रकरण में दुष्कर्म पीड़िता के पिता को कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर व साथियों ने पीटा था। पिटाई की घटना के बाद 3 अप्रैल 2018 की रात उसका मेडिकल करने वाले जिला अस्पताल के ईएमओ डॉ प्रशांत उपाध्याय की सोमवार सुबह लगभग 11:00 बजे संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई। इस समय वह फतेहपुर जिला के जिला अस्पताल ब्लड बैंक में तैनात थे। मिली जानकरी के अनुसार वह मधुमेह से पीड़ित भी थे ।
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को 2017 के उन्नाव रेप मामले में पिछले महीने दिल्ली की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सेंगर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया । इसमें से 10 लाख रुपये पीड़िता को दिए जाएंगे और 15 लाख रुपये अभियोजन को मिलेंगे । इससे जुड़े एक मामले में मंगलवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई भी होनी है ।