नई दिल्ली: हाल ही में हुए दिल्ली के रामजस कॉलेज विवाद में अभिनेताओं से लेकर खिलाड़ियों ने अपने-अपने अंदाज में प्रतिक्रियाएं दी। इसमें भारत के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गीतकार जावेद अख्तर के कम पढ़े-लिखे वाले ट्वीट का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, 'ये जरूरी नहीं कि जो ज्यादा पढ़े लिखे हैं वो ही देश भक्त हो सकते हैं, देश के लिए कई लोगों ने जानें दी हैं। देश के लिए सभी दलों ने काम किया है। कई ऐसे अनपढ़ भी हैं जिन्होंने देश जोड़ने के लिए काम किया है और ऐसे कई पढ़े लिखे भी हैं जिन्होंने देश तोड़ने का काम भी किया है। जावेद अख्तर जी माना आप ने हमारे फिल्म जगत के लिए बड़ा काम किया है, देश का मान बढ़ाया है लेकिन हमने भी कुछ ऐसे काम किये हैं जिन्होंने थोड़ा तो देश का मान बढ़ाया ही है।'
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योगेश्वर ने पिछले साल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को लेकर एक कविता लिखी थी, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। उन्होंने 13 फरवरी 2016 को अपने फेसबुक पोस्ट पर एक कविता पोस्ट की थी जिसमें उन्होंने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने वालों की तुलना महमूद गजनी से की थी। उन्होंने उस कविता में 'अभिव्यक्ति की आजादी' का भी जिक्र किया। देश के लिए शहीद होने वाले हनुमंथप्पा की शहादत पर भी प्रकाश डाला। यह कविता कई लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ गई।
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पढ़िये पूरी कविता
गज़नी का है तुम में खून भरा जो तुम अफज़ल का गुण गाते हों,
जिस देश में तुमने जनम लिया उसको दुश्मन बतलाते हो!
भाषा की कैसी आज़ादी जो तुम भारत माँ का अपमान करो,
अभिव्यक्ति का ये कैसा रूप जो तुम देश की इज़्ज़त नीलाम करो!
अफज़ल को अगर शहीद कहते हो तो हनुमनथप्पा क्या कहलायेगा,
कोई इनके रहनुमाओं का मज़हब मुझको बतलायेगा!
अपनी माँ से जंग करके ये कैसी सत्ता पाओगे,
जिस देश के तुम गुण गाते हो, वहाँ बस काफिर कहलाओगे!
हम तो अफज़ल मारेंगे तुम अफज़ल फिर से पैदा कर लेना,
तुम जैसे नपुंसको पे भारी पड़ेगी ये भारत सेना!
तुम ललकारो और हम न आये ऐसे बुरे हालात नहीं
भारत को बर्बाद करो इतनी भी तुम्हारी औकात नहीं!
कलम पकड़ने वाले हाथों को बंदूक उठाना ना पड़ जाए,
अफज़ल के लिए लड़ने वाले कहीं हमारे हाथो न मर जाये!
भगत सिंह और आज़ाद की इस देश में कमी नहीं,
बस इक इंक़लाब होना चाहिए,
इस देश को बर्बाद करने वाली हर आवाज दबनी चाहिए!
ये देश तुम्हारा है ये देश हमारा है, हम सब इसका सम्मान करें,
जिस मिट्टी पे हैं जनम लिया उसपे हम अभिमान करें! जय हिंद ।