नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अभी से अपनी जमीन मजबूत करने की ओर कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आने वाले चुनाव मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से हाथ मिलाने के संकेत दिए हैं। अखिलेश ने कहा कि उनका ‘बुआजी’यानी की मायावती से कोई झगड़ा नहीं है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले चुनाव में भाजपा को हराने के लिए तीसरा मोर्चा वजूद में आ सकता है।
‘बुआजी’ का साथ
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश में एक तरह की ‘आर्थिक अराजकता’ फैली है। देश में जारी इस उथल पुथल से समाज का हर तबका परेशानी झेल रहा है और आर्थिक स्थिति बिल्कुल खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए तीसरे मोर्चा का वजूद में आना बेहद जरूरी है। कांग्रेस के साथ उत्तरप्रदेश में गठबंधन करने के बाद वे उसे महाराष्ट्र में भी आगे बढ़ाना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने बसपा से भी हाथ मिलाने के संकेत देते हुए कहा कि मैंने बुआजी (मायावती) से बात नहीं की है लेकिन उनसे भी मेरे अच्छे संबंध हैं।
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परिवर्तन यात्रा
यहां बता दें कि केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तरप्रदेश में चुनाव के समय किसानों के लिए कर्जमाफी का वादा किया गया था उसके बाद पूरे देश में इसकी मांग शुरू हो गई। सपा अध्यक्ष ने कहा कि, उन्होंने पहले ही कहा था कि नोटबंदी से देश में कालाधन और भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो सकता है। बैंकों की हालत दिल ब दिन खराब होती जा रही है, सरकार उन्हें मदद क्यों नहीं कर रही है! देश की आर्थिक व्यवस्था में सुधार के लिए वह जल्द ही परिवर्तन यात्रा शुरू करेंगे।