नई दिल्ली। काफी समय से चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने पूरे देश में 15 दिनों के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अली हमीद एवं न्यायिक प्रशासन विभाग के प्रशासक अब्दुल्ला सईद को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम को भी हिरासत में ले लिया गया है। बता दें कि मौमून मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के सौतेले भाई हैं। उन्हें देश में आपातकाल लगाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया है।
भारतीयों को सतर्क रहने के निर्देश
गौरतलब है कि मालदीव में राष्ट्रपति के खिलाफ काफी समय से विरोध जारी है। लगातार विरोध के बीच देर शाम आपातकाल की घोषणा कर दी गई। भारतीय विश्ेष मंत्रालय ने मालदीव में रहने वाले सभी भारतीयों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि सावधानी बरतें और सर्वजनिक समारोह में जाने से बचने के भी निर्देश दिए हैं।
सेना का हाई अलर्ट
यहां आपको बता दें कि देश में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन और सुप्रीम कोर्ट के बीच टकराव काफी बढ़ गया था। राष्ट्रपति यामीन ने पुलिस और सेना को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन न करने के आदेश दिए थे। राष्ट्रपति के इस आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भारत समेत सभी लोकतांत्रिक देशों से मालदीव में कानून का शासन बनाए रखने में मदद मांगी है। इसके बाद मालदीव में लोगों ने राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन का विरोध करना शुरू कर दिया था, सड़कों पर उतरकर भी लोगों ने राष्ट्रपति यामीन के खिलाफ नारेबाजी की। राजनीतिक सरगर्मियों के बीच मालदीव में सेना को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।