जोधपुर। यौन शोषण के मामले में जोधपुर की जेल में उम्रकैद की सजा भुगत रहे आसाराम का शनिवार को एक आॅडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। इस आॅडियो में बाबा फोन पर एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि वह जेल में ज्यादा समय तक नहीं रहेगा और ‘अच्छे दिन आएंगे।’ इस संबंध जोधपुर केन्द्रीय कारागार के डीआईजी विक्रम सिंह ने बताया कि आसाराम की शुक्रवार को टेलिफोन पर बातचीत के दौरान 15 मिनट की यह ऑडियो क्लिप रिकॉर्ड की गई होगी। उन्होंने कहा कि जेल अधिकारियों की अनुमति के बाद ही उसे फोन दिया गया था।
गौरतलब है कि आसाराम को दो दिनों पहले ही जोधपुर की एक अदालत ने नाबालिग लड़की से बलात्कार मामले में दोषी ठहराते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। बता दें कि जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों को एक महीने में 80 मिनट के लिए दो नंबरों पर बात करने की अनुमति दी जाती है। शुक्रवार को शाम साढे़ 6 बजे आसाराम ने साबरमती आश्रम के एक ‘साधक’ से बात की है।
ये भी पढ़ें - पुदुच्चेरी की उपराज्यपाल का अजीबोगरीब फरमान, कहा-खुले में शौच करने वालों को नहीं मिलेगा सरकारी राशन
बता दें कि टेलिफोन पर यह बातचीत कम उपदेश ज्यादा लग रही है। इस एकतरफा बातचीत में आसाराम अपने समर्थकों का शांति बनाए रखने और फैसले के लिए जोधपुर ना आने के लिए आभार जता रहा है। वह ऑडियो क्लिप में कथित रूप से कह रहा है, ‘हमें कानून एवं व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए। मैंने भी यही किया।’ उसने दावा किया कि कुछ लोगों ने उनके आश्रम को बदनाम करने का अभियन चला रखा है और वे इस पर कब्जा करना चाहते हैं। उसने कहा, ‘ऐसे उकसाने वाली बातों या आश्रम के लेटर हेड पर जो कुछ भी लिखा जा रहा है उससे बहक ना जाए।’ सह आरोपी शिल्पी और शरत का जिक्र करते हुए आसाराम ने कहा कि वह जेल से सबसे पहले उनकी रिहाई का बंदोबस्त करेगा क्योंकि यह ‘माता-पिता का कर्तव्य है कि वे पहले अपने बच्चों के बारे में सोचें।’
आसाराम ने कहा, ‘अगर शिल्पी और शरत की रिहाई के लिए और वकीलों की जरूरत पड़ी तो वो भी किया जाएगा। इसके बाद बापू जेल से बाहर आएगा।’ उसने कहा, ‘अगर निचली अदालत में कोई गलती हुई है तो उसे सुधारने के लिए ऊपरी अदालतें हैं।’ आसाराम ने कहा, ‘सच छिपता नहीं है और झूठ के पैर नहीं होते। जो भी आरोप हैं वे फालतू हैं।’ बातचीत के अंत में वह शरत से बात करने के लिए कहता है तो बोलता है कि जेल में चिंता की कोई बात नहीं है।