नई दिल्ली । रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने गुरुवार को डीआरडीओ के एक कार्यक्रम में कहा कि कुछ रिपोर्टस से उजागर हुआ है कि अफगानिस्तान बॉर्डर के निकट स्थित कुछ इलाकों के निवासी एक प्रकार के रसायनिक हथियार के पीड़ित नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्टस के साथ जारी हुए कुछ फोटो बहुत ही हैरान कर देने वाली हैं। ऐसे में भारत को किसी भी प्रकार के रसायनिक हथियार से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। इन खबरों के बीच आशंका जताई जा रही है कि क्या अफगानिस्तान बॉर्डर के निकट कहीं पाकिस्तान तो इन रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं कर रहा।
हम रसायनिक हथियार के लिए तैयार
डीआरडीओ के कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षा मंत्री पार्रिकर ने कहा- भले ही इस समय भारत पर किसी प्रकार के परमाणु, रसायनिक या बायोलॉजिकल हमले की कोई आशंका तो नहीं है लेकिन हमें भविष्य में आतंकियों की किसी भी साजिश के लिए सजग रहना होगा। हालांकि भविष्य में ऐसी किसी भी आशंका से निपटने के मद्देनजर भारत पूरी तरह से तैयार है।
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क्या पाकिस्तान ने किए रसायनिक हमले
पिछले दिनों यह खबर आ रही थी कि पाकिस्तान में शाहबाज कलंदर की दरगाह पर हुए हमले से बौखलाए पड़ोसी देश ने पिछले दिनों सैकड़ों आतंकियों को मौत के घाट उतारा। इसके साथ ही पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा से सटे इलाकों में आतंकियों के खिलाफ एक जोरदार अभियान चला रहा है। ऐसे में रक्षामंत्री के खुलासे ने उन आशंकाओं को और हवा दे दी है, जिसमें कहा जा रहा था कि कहीं पाकिस्तान आतंकियों और अफगानिस्तान सीमा से सटे इलाकों में रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा।
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दरगाह पर हमला अफगानिस्तानी गुट ने किया
यूं तो पाकिस्तान की शाहबाज कलंदर दरगाह पर हुए हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है लेकिन पाकिस्तान ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान का मानना है कि इस आत्मघाती हमले को अफगानिस्तान के जमात-उल-अहरार गुट ने अंजाम दिया। इसके बाद से वह एक अभियान के तहत देश में मौजूद कुछ अफगानी आतंकियों को मौत के घाट उतार रही है। वहीं पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को 76 मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट सौंपी है, जिसपर अभी तक अफगानिस्तान ने कोई जवाब नहीं दिया है। इसके बाद से पाकिस्तान ने अपने अभियान को और तेज कर दिया है।
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