नई दिल्ली । काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (CISCE) ने स्कूली छात्रों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सीआईएससीई की ओर से आए बयान के मुताबिक उन्होंने 10वीं और 12वीं कक्षा में विभिन्न विषय के पासिंग मार्क्स में बदलाव किया है। अब 10वीं में पास होने के लिए छात्रों को न्यूनतम 33 प्रतिशत और 12वीं में पास होने के लिए 35 प्रतिशत अंक लाने होंगे। इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है। सीआईएससीई ने यह बदलाव पिछले दिनों मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ हुई बैठक के बाद किया है। यह बदलाव सत्र 2018-19 से लागू होंगे।
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव गैरी अराथून ने इस अधिसूचना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह बदलाव देश में अन्य बोर्ड के अनुरूप परीक्षा की व्यवस्था बनाने और एकरूपता लाने के मकसद से किया गया है। नए बदलाव के तहत अब 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों को बोर्ड में पास होने के लिए प्रत्येक विषय में 33 और 35 फीसदी अंक लाने होंगे। जबकि पहले उन्हें 35 और 40 फीसदी अंक लाने होते थे। बोर्ड ने इस संदर्भ में सभी संबद्ध स्कूलों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए एक अधिसूचना जारी की है।
बोर्ड ने सभी स्कूलों को आंतरिक परीक्षाओं में भी यह बदलाव लागू करने के लिए कहा है। बोर्ड की अधिसूचना में कहा गया है कि परिषद ने अन्य परीक्षा बोर्ड के साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ बैठक में हिस्सा लिया, जिसमें उसे अंतर बोर्ड कार्यकारी समूह (आईबीडब्ल्यूजी) का सदस्य बनाया गया।